मंत्री की नाराजगी भरा लेटर वायरल, झांसी सीपरी बाजार थाना प्रभारी आनंद कुमार सिंह हटाए गए
झांसी। झांसी पुलिस प्रशासन में गुरुवार को बड़ा फेरबदल हुआ। उत्तर प्रदेश सरकार की मंत्री बेबी रानी मौर्य द्वारा डीजीपी को लिखे गए नाराजगी भरे पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होने के कुछ ही घंटों के भीतर झांसी के सीपरी बाजार थाने के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार सिंह को हटा दिया गया। उन्हें एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) का प्रभारी बनाया गया है।
मंत्री का पत्र बना वजह
मंत्री बेबी रानी मौर्य ने 11 सितम्बर को डीजीपी को लिखे पत्र में कहा था कि थाना प्रभारी आनंद सिंह लगातार जनप्रतिनिधियों के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह व्यवहार न केवल असंवैधानिक है बल्कि शासन की छवि को भी नुकसान पहुंचाता है।
विधायक ने भी लगाई थी गुहार
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि झांसी के बबीना से भाजपा विधायक राजीव सिंह पारीछा ने भी इंस्पेक्टर के खिलाफ मंत्री से शिकायत की थी। विधायक ने आरोप लगाया था कि इंस्पेक्टर आनंद सिंह व्यक्तिगत रंजिश रखते हैं और कई मौकों पर उनके प्रति अपशब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं। विधायक ने मांग की थी कि उनके खिलाफ निलंबन और बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाए।
मंत्री के सामने भी बिगड़े बोल
मंत्री ने अपने पत्र में लिखा कि 1 सितम्बर को झांसी दौरे के दौरान जब विधायक राजीव सिंह पारीछा ने यह मामला उनके सामने उठाया तो उन्होंने थाना प्रभारी आनंद सिंह को बुलाकर सच्चाई जानने की कोशिश की। लेकिन बातचीत के दौरान इंस्पेक्टर ने खुद मंत्री से भी अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया।
पुलिस प्रशासन हरकत में
पत्र वायरल होने के बाद देर शाम झांसी पुलिस ने प्रेस बयान जारी किया। इसमें बताया गया कि डीआईजी झांसी ने मामले की प्रारंभिक जांच के आदेश एसपी देहात को सौंप दिए हैं। साथ ही तत्काल प्रभाव से इंस्पेक्टर आनंद कुमार सिंह को सीपरी बाजार थाने से हटाकर AHTU का प्रभारी नियुक्त कर दिया गया है।
राजनीतिक हलचल तेज
इस घटनाक्रम के बाद झांसी के राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। विपक्ष इसे सरकार के अंदरूनी टकराव से जोड़ रहा है, वहीं भाजपा खेमे के लोग इसे “शासन-प्रशासन की त्वरित कार्रवाई” बता रहे हैं।
