1500 रुपए मिलने से पहले एमपी में लाडली बहनों की होगी जांच! काटे जाएंगे नाम
लाडली बहना योजना ऑडिट: दिवाली से पहले होगी लाभार्थियों की लिस्ट की जांच, अपात्रों के नाम हटेंगे
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने लाडली बहना योजना की लाभार्थी महिलाओं को दिवाली के बाद से हर महीने 1500 रुपए देने का ऐलान किया है। फिलहाल महिलाओं को 1250 रुपए प्रतिमाह मिल रहे हैं। हालांकि, नई किश्त जारी करने से पहले सरकार योजना का ऑडिट करवाएगी, जिसमें अपात्र महिलाओं के नाम सूची से हटा दिए जाएंगे।
खुद से नाम वापस ले सकेंगी महिलाएं
सरकार ने स्पष्ट किया है कि सबसे पहले अयोग्य महिलाओं से अपील की जाएगी कि वे स्वेच्छा से अपना नाम सूची से हटवाएं। इसके बाद सरकारी विभाग जांच करेंगे और अपात्र नामों को काट दिया जाएगा।
शहरी विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने हाल ही में कहा था कि योजना में कुछ अयोग्य नाम जुड़ गए हैं, जिन्हें हटाना जरूरी है। उन्होंने कहा, “सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि योजना का लाभ केवल योग्य महिलाओं को ही मिले।”
दिवाली से बढ़ेगी राशि
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 19 जून को घोषणा की थी कि दिवाली से लाडली बहनों को 1500 रुपए मिलेंगे। भाई दूज के बाद महिलाओं को यह बढ़ी हुई राशि उनके खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
गौरतलब है कि इस योजना की शुरुआत में महिलाओं को 1000 रुपए दिए जाते थे। अक्टूबर 2023 से यह राशि बढ़ाकर 1250 रुपए कर दी गई थी। अब इसे आगे बढ़ाकर 1500 रुपए किया जा रहा है। सरकार ने यह भी वादा किया है कि आने वाले समय में इस राशि को 3000 रुपए प्रतिमाह तक किया जाएगा।
1.26 करोड़ महिलाएं ले रही हैं लाभ
वर्तमान में प्रदेश की करीब 1.26 करोड़ महिलाएं इस योजना का लाभ ले रही हैं। यह राज्य का सबसे बड़ा डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) प्रोग्राम है, जिस पर सरकार हर महीने लगभग 1550 करोड़ रुपए खर्च कर रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस योजना ने ही मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार की वापसी में अहम भूमिका निभाई। इसके बाद कई राज्यों ने भी इसी तरह की योजनाएं शुरू की हैं।
