मथुरा: दहेज की मांग पूरी न होने पर कुल्हाड़ी से पत्नी की हत्या, पति समेत चार पर मुकदमा दर्ज
मथुरा के हाईवे थाना क्षेत्र के मोतीकुंज इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। यहाँ एक विवाहिता की उसके पति ने कुल्हाड़ी से निर्ममता से हत्या कर दी। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने मृतका के पति समेत चार लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज किया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
दहेज की मांग बनी जानलेवा
मृतका के भाई ने बताया कि उसकी बहन की शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। आरोप है कि आरोपी पति और उसके परिवार वाले कार और दो लाख रुपये की मांग कर रहे थे। मांग पूरी न होने पर बहन के साथ मारपीट की गई और अंततः उसकी हत्या कर दी गई।
घटना का विवरण
स्थानीय लोगों के अनुसार, घटना गुरुवार सुबह की है। आरोपी पति ने घरेलू विवाद के दौरान गुस्से में आकर कुल्हाड़ी से पत्नी पर वार किया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद आरोपी फरार हो गए।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस ने पति समेत चार लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304बी (दहेज हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
मृतका के परिवारवालों ने इस घटना पर गहरा शोक जताया है। भाई ने कहा, “मेरी बहन ने हमेशा घर को संभालने की कोशिश की, लेकिन वह लगातार प्रताड़ना का शिकार होती रही। हमने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन उसकी जान चली गई। अब हम सिर्फ न्याय चाहते हैं।”
समाज में आक्रोश
इस निर्मम हत्या के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। महिला संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने प्रशासन से दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर उन्हें कठोरतम सजा देने की मांग की है।
दहेज हत्या पर बढ़ता संकट
दहेज हत्या के मामले भारत में लगातार चिंता का विषय बने हुए हैं। सरकार और समाज द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बावजूद इस कुप्रथा को पूरी तरह समाप्त नहीं किया जा सका है। यह घटना एक बार फिर इस समस्या की गंभीरता को उजागर करती है और समाज से इसे खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील करती है।
निष्कर्ष: यह घटना केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि समाज के लिए चेतावनी है। दहेज के लोभ में हो रही हत्याएं यह सवाल खड़ा करती हैं कि आखिर कब तक हमारी बेटियां ऐसी क्रूरता का शिकार होती रहेंगी।