भदोही की शिल्पकला का जलवा: डीएम ने मुख्यमंत्री को भेंट किया अनमोल कालीन
रिपोर्ट: आशु झा, चीफ एडिटर: शिव शंकर दुबे
लखनऊ, 5 जनवरी 2025: भदोही की विश्वविख्यात कालीन कला ने एक बार फिर अपनी छटा बिखेरी, जब जिलाधिकारी विशाल सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में शिष्टाचार मुलाकात की। इस विशेष अवसर पर जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को उनका आकर्षक चित्र उकेरा हुआ एक भव्य कालीन सप्रेम भेंट किया। यह कालीन भदोही के प्रसिद्ध कालीन निर्माता इम्तियाज़ अहमद की टेक्सटिको कंपनी के बुनकर रोहित कुमार द्वारा तैयार किया गया था। मुख्यमंत्री ने इस भेंट को भदोही की असाधारण कला और कुशलता का प्रतीक बताते हुए इसकी भूरि-भूरि प्रशंसा की।
महाकुंभ 2025 में दमकेगी भदोही की कला
जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री से बातचीत के दौरान भदोही के विकास की उपलब्धियों और योजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने अवगत कराया कि जिला कारागार के बंदी बुनकरों ने महाकुंभ प्रयागराज 2025 के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए कालीन तैयार किए हैं। इन कालीनों में महाकुंभ का “लोगो” और धार्मिक प्रतीक जैसे श्री राम, महादेव, गणेश, राधा-कृष्ण, और मछली के चित्र शामिल हैं। ये कालीन महाकुंभ के दौरान वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) स्टॉल पर प्रदर्शित और बिक्री के लिए उपलब्ध होंगी।
भदोही की कला को मिलेगी नई उड़ान
यह पहल न केवल भदोही की कालीन कला को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाएगी, बल्कि स्थानीय बुनकरों और बंदियों के लिए रोजगार और आत्मनिर्भरता के नए अवसर भी खोलेगी। महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालु भदोही की अनूठी हस्तशिल्प कला के इस बेजोड़ नमूने से रूबरू होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस नवाचार और पारंपरिक शिल्पकला के संगम की सराहना करते हुए भदोही के विकास और कला को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने इस प्रयास को “भदोही की सांस्कृतिक धरोहर और नवाचार का अनुपम उदाहरण” करार दिया।
भदोही: कालीन उद्योग का भविष्य उज्ज्वल
इस ऐतिहासिक भेंट और प्रयास ने भदोही को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिलाने की दिशा में एक और कदम बढ़ा दिया है। महाकुंभ 2025 में भदोही की मखमली कालीनें अपनी विशिष्टता और सुंदरता से सभी का ध्यान आकर्षित करेंगी