वाराणसी कचहरी में भाजपा के पूर्व विधायक पर हमला: दांत तोड़े, 1 लाख नकद और सोने की चेन लूटी; 14 पर मुकदमा दर्ज
वाराणसी। उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करने वाली एक बड़ी वारदात वाराणसी कचहरी परिसर में सामने आई है। भाजपा के पूर्व विधायक और भदोही से 2017 से 2022 तक विधायक रह चुके रविंद्र नाथ त्रिपाठी पर रजिस्ट्री कार्यालय के अंदर गुरुवार (14 अगस्त) की दोपहर हमला कर दिया गया। इस हमले में पूर्व विधायक का दांत टूट गया और आरोपियों ने उनसे एक लाख रुपये नकद और सोने की चेन लूट ली। घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। अब कैंट थाने की पुलिस ने इस मामले में 14 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिसमें दो नामजद और 12 अज्ञात शामिल हैं।
घटनाक्रम: रजिस्ट्री दफ्तर में घुसकर हमला
पूर्व विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी, जो कि भदोही जनपद के सुरियावां थाना क्षेत्र के चौगुना गांव के निवासी हैं, गुरुवार दोपहर करीब 3:30 बजे वाराणसी कचहरी स्थित रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचे थे।
तभी वहां एजाज और ऋषिकांत सिंह अपने 12 साथियों के साथ पहुंच गए। आरोप है कि उन्होंने विधायक से सीधे-सीधे 5 लाख रुपये रंगदारी की मांग कर डाली।
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जब पूर्व विधायक ने रंगदारी देने से इनकार किया तो आरोपियों ने पहले गाली-गलौज की।
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इसके बाद अचानक हमला कर दिया गया।
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किसी भारी वस्तु से सिर पर वार किया गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं और उनका एक दांत टूट गया।
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इस दौरान आरोपियों ने उनसे 1 लाख रुपये नकद और सोने की चेन छीन ली।
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बीच-बचाव करने पहुंचे गनर और ड्राइवर को भी बुरी तरह पीटा गया।
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जाते-जाते आरोपियों ने जान से मारने की धमकी भी दी।
यह पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है।
FIR दर्ज करने में हुई देरी
हमले के बाद पूर्व विधायक मानसिक रूप से बेहद आहत हो गए। उन्होंने बताया कि घटना के दिन वह अपने साथियों के साथ सीधे घर चले गए और तहरीर नहीं दे पाए।
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शुक्रवार और शनिवार को उन्होंने इलाज कराया।
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रविवार को होश संभलने के बाद कैंट थाने पहुंचकर पुलिस को तहरीर सौंपी।
उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने एजाज और ऋषिकांत सिंह के खिलाफ नामजद और 12 अन्य अज्ञात के खिलाफ मारपीट, लूट, रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस की कार्रवाई
कैंट थाने के इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि:
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मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
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जल्द ही साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तारी की जाएगी।
पुलिस का कहना है कि घटना गंभीर है और इसमें किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
राजनीतिक हलचल और सवाल
इस हमले की खबर सामने आने के बाद भदोही और वाराणसी दोनों जिलों में राजनीतिक हलचल मच गई है।
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भाजपा नेताओं का कहना है कि कचहरी परिसर जैसे सुरक्षित स्थान पर पूर्व विधायक पर हमला होना कानून-व्यवस्था की बड़ी नाकामी है।
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विपक्षी दल भी इसे प्रदेश सरकार पर हमला बोलने का मुद्दा बना सकते हैं।
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सवाल यह भी उठ रहा है कि जब सुरक्षा व्यवस्था सबसे सख्त जगहों में से एक मानी जाने वाली कचहरी में ऐसा हमला हो सकता है तो आम जनता कितनी सुरक्षित है?
निष्कर्ष
भाजपा के पूर्व विधायक पर कचहरी परिसर में हमला और लूट की यह वारदात न केवल राजनीतिक रूप से संवेदनशील है, बल्कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और दावा किया है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
