दुलहीपुर आश्रम में पूज्य नारद जी महाराज का भव्य आगमन, प्रवचन और भंडारे से गूंजा भक्तिमय माहौल
मिर्जापुर/भदोही।
सत्तेशगढ़, चुनार (मिर्जापुर) स्थित श्री परमहंस आश्रम के पूज्य गुरुदेव स्वामी अड़गड़ानंद महाराज जी के कृपा पात्र नारद जी महाराज का दुलहीपुर स्थित आश्रम में भव्य स्वागत हुआ। इस अवसर पर पूरे आश्रम परिसर में भक्तिमय वातावरण देखने को मिला।
नारद जी महाराज के आश्रम आगमन पर जगह-जगह भक्तों ने पुष्प वर्षा और पारंपरिक विधि से उनका स्वागत किया। कार्यक्रम में धार्मिक प्रवचन का आयोजन हुआ, जिसमें नारद जी महाराज ने अध्यात्म, भक्ति और सत्संग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि –
“मानव जीवन का सर्वोच्च लक्ष्य ईश्वर की प्राप्ति है और इसके लिए साधना, भक्ति और सत्संग ही प्रमुख मार्ग है।”
प्रवचन के पश्चात भक्तों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
इस पावन अवसर पर जिला पंचायत सदस्य मुनेश्वर गुप्ता और रजपुरा, भदोही के समाजसेवी पवन सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे। दोनों ने पूज्य नारद जी महाराज के चरणों में नमन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
समाजसेवी पवन सिंह ने कहा कि –
“मैं नियमित रूप से आश्रम आता हूं। यहां आने से आत्मिक शांति की अनुभूति होती है। पूज्य गुरुदेव स्वामी अड़गड़ानंद जी की असीम अनुकंपा है, जो भी व्यक्ति आश्रम आता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।”
पूरे कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था। दूर-दराज से आए भक्तजन भी इस आध्यात्मिक आयोजन के साक्षी बने। आश्रम परिसर भजन-कीर्तन और भक्तों की भीड़ से गूंज उठा।
