कांवड़ यात्रा की सबसे पवित्र कहानी – विकलांग पति को पीठ पर उठाकर पूरी की 150 KM कांवड़ यात्रा

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150 KM का बलिदान: पत्नी ने विकलांग पति को पीठ पर उठाकर की कांवड़ यात्रा, बना दी प्रेम और भक्ति की जीती-जागती मूर्ति!

मुज़फ़्फ़रनगर, उत्तर प्रदेश | 19 जुलाई 2025

“श्रद्धा से बड़ा कोई धर्म नहीं, सेवा से बड़ा कोई तप नहीं, और प्रेम से बड़ी कोई पूजा नहीं।”

उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर से एक ऐसी सच्ची और प्रेरणादायक कहानी सामने आई है जो आपके दिल को छू जाएगी। जहां दुनिया रिश्तों की खोखली परिभाषा से परेशान है, वहीं एक साधारण महिला ने शिवभक्ति के पथ पर असाधारण साहस दिखाकर पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।

150 किलोमीटर की तपस्या — प्रेम, भक्ति और बलिदान का संगम

कांवड़ यात्रा के दौरान, आशा देवी नामक महिला ने अपने पैरालाइज्ड पति सचिन कुमार को पीठ पर उठाकर हरिद्वार से 150 किलोमीटर की यात्रा तय की। यह कोई फिल्मी कहानी नहीं — यह हकीकत है, जिसने सोशल मीडिया पर भी तूफान ला दिया है।

“पति ही मेरा शिव हैं, सेवा ही मेरी पूजा है।” — आशा देवी

13 बार खुद चला, 14वीं बार पत्नी ने उठाया

सचिन कुमार, जो पहले स्वयं कांवड़ यात्रा कर चुके हैं, इस बार लकवे के कारण चलने में असमर्थ थे। लेकिन उनकी भक्ति को अधूरा नहीं रहने दिया उनकी पत्नी ने। वो उन्हें हर स्टेप पर अपनी पीठ पर उठाए चलती रहीं — दिन में तेज धूप और रात को खुले आसमान के नीचे।

“मैं कांवड़ लाना नहीं छोड़ सकता, और मेरी पत्नी ने इसे मुमकिन बना दिया।” — सचिन

वायरल वीडियो बना मानवता का आईना

जब यात्रियों ने इस जोड़ी का वीडियो सोशल मीडिया पर डाला, लोग उनकी श्रद्धा और समर्पण से भावुक हो उठे। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लोग कह रहे हैं:

“ये असली भारत है। ये असली नारी शक्ति है!”

लोगों ने मांगा राष्ट्रीय सम्मान

लाखों लोग सोशल मीडिया पर इस जोड़ी को राष्ट्रीय सम्मान देने की मांग कर रहे हैं। उनके साहस और प्रेम को “भारत माता की संतानों की असली तस्वीर” बताया जा रहा है।

“ऐसी कहानियों को हर स्कूल और टीवी चैनल पर दिखाना चाहिए।” — सोशल मीडिया यूज़र


यह सिर्फ भक्ति नहीं, यह भारत की आत्मा है

यह कहानी सिर्फ कांवड़ यात्रा की नहीं — यह है नारी शक्ति, दांपत्य प्रेम और धार्मिक आस्था की वो गाथा जिसे हर भारतीय को जानना चाहिए।

जब एक महिला पति को भगवान मानकर अपनी सारी सीमाएं लांघ जाती है, तब वहां सिर्फ एक धर्म बचता है — मानवता का धर्म


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“यह भारत है, यहाँ प्रेम भी पूजनीय है और सेवा भी तपस्या।” 🇮🇳

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Author: Bharat Kranti News

Anil Mishra CEO & Founder, Bharat Kranti News Anil Mishra is the CEO and Founder of Bharat Kranti News, a platform dedicated to fearless and unbiased journalism. With a mission to highlight grassroots issues and promote truth in media, he has built Bharat Kranti News into a trusted source of authentic and people-centric reporting across India.

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